SUKHAYAL POKHRIK JAITH
ISBN : 978-93-87675-47-6
दाम : ` 200/-
सर्वाधिकार © श्री जगदीश
प्रसाद मण्डल
दोसर संस्करण
:
2018
प्रकाशक : पल्लवी
प्रकाशन
तुलसी भवन,
जे.एल.नेहरू मार्ग, वार्ड नं. 06,
निर्मली, जिला- सुपौल,
बिहार : 847452
मोबाइल : 8539043668, 9931654742
प्रिन्ट : मानव आर्ट, निर्मली (सुपौल)
आवरण : दी साहु प्रिन्टिग
प्रेस. निर्मली (सुपौल) पिन : 847452
SUKHAYAL POKHRIK JAITH
Anthology of Maithili Geet by Jagdish Prasad
Mandal.
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एकसत्तैर
केकरो फूल/10
काज पसैर/12
धार बीच/14
फेरो हम/16
रंगिते काजक/18
चोरकट चालि/20
डुमा-डुमी/22
छाती चढ़ि/24
ससुरामे/26
जिनगीक ताक/28
गोर मुँह/30
कतरा आम/32
सुखल पोखरिक/34
श्रोता कहि/36
जड़ि जंजालक/38
उगिते लाज/40
ओन्हा चालि/42
गिरैत घर/44
अना गाहिंस/46
सुखल पोखरिक/48
लत्ती जेना/50
पाटि/52
गोहि बनि/54
जेहेन जे/56
चेत चेता/58
अन्हर जाल/60
डायरीक/62
बरहबटू/64
चोटी छुबए/66
खेल-खेलाड़ी/68
ककोड़बा/70
सोर बनि/72
सेज-सिंगार/74
जएह लूरि/76
जोति हर/77
हर हलक/79
हिम-गिरि/80
भुवन भूचलि/82
खुजिते आँखि/84
मुड़जन मनुहर/86
गोधूलि-बेल/88
दौड़ि-दौड़/90
चोट-चाट/92
चाइन चेन/94
दीनक दोख/96
सगर समनदर/98
चप-चप/100
संगे-संग/102
जिनगीक भव/104
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